Thursday, December 20, 2018

सोचा न था

जिंदगी में कभी ऐसा वक्त भी आएगा... सोचा न था
ये अजीब सा खालीपन इतना असर कर जाएगा ... सोचा न था

बड़े बड़े सपने तो सभी लोग देखते है
आसमान छूने की ख्वाइश तो सभी लोग रखते है
मैंने भी चाहा था हवाओमे उड़ना
कभी गिर पडूँगी जमीन पर... सोचा न था

ऐसा भी समय था जब खुशिया पूछती थी हमारा रास्ता
दिल जो भी चाहे बिन मांगे मिल जाता था
पर तुम चाहो कोई चीज़ और वो तुमसे दूर जाती रहे
और तुम कुछ भी न कर पाओ... सोचा न था

दिल और दिमाग में हम अक्सर दिल की सुना करते थे
दिल की आवाज पर पुरा भरोसा किया करते थे
पर आज जब एक सन्नाटासा छाया है
तब दिल भी आवाज देना भूल जाएगा... सोचा न था

पीछे मूड के देखते है तो कुछ हसीं पल भी याद आते है
अपनों के साथ बिताये हुए प्यारे लम्हे नज़र आते है
आज भी अपने सब साथ तो है
फ़िर भी एक खालीपन महसूस होगा... सोचा न था

हारना कभी सिखा नही, लड़ के जीत हासिल करते आए है
इरादोपे था पक्का यकीं इसलिए हर मुश्किल पार करते आए है
आज वक्त साथ नही तो उम्मीद भी छुट रही है
हौसला बनाये रखने के लिए कभी खुदसे भी लड़ना होगा... सोचा न था

जिंदगी में कभी ऐसा वक्त भी आएगा... सोचा न था...
ये अजीब सा खालीपन इतना असर कर जाएगा... सोचा न था

3 comments:

K said...

I immensely liked the last para !!!
good one indeed !

Shubhada Rajam said...

Thanks Kau :-) This post is a product/byproduct of fukat time.

Akki said...

nothing is fukat in this world...u can actually send it to some magazine/paper and get something out of it...u shud seriously try it